इसे आप क्या कहें गे ...जिन हाथों मैं कलम , किताब होनी थी वह हाथ मेहनत मजदूरी कर रही हैं....क्या भारत के लोगो के खून ठन्डे और दिल से रहम ख़तम हो गया है ??? देश मैं कई संथान काम कर रही हैं बच्चों के लिए , तब फिर यह तस्बीर क्या कह रही है आप से हम से ??
- आप का " पार्थ "
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